मैनपाट छत्तीसगढ़ का एक पर्यटन स्थल है। यह स्थल अम्बिकापुर नगर, जो भूतपूर्व सरगुजा , विश्रामपुर के नाम से भी जाना जाता है, से 75 किमी. की दूरी पर अवस्थित है। अम्बिकापुर छत्तीसगढ़ राज्य का सबसे ठंडा नगर है। मैनपाट में भी काफ़ी ठंडक रहती है, यही कारण है कि इसे 'छत्तीसगढ़ का शिमला' कहा जाता है। 1962 ई. से यहाँ पर तिब्बती लोगों के एक समुदाय को भी बसाया गया है।
●मैंनपाट विंध्य पर्वतमाला पर स्थित है।
●समुद्र की सतह से इसकी ऊँचाई 3,780 फीट है।
●मैनपाट की लम्बाई 28 किमी. और चौड़ाई 10-12 किमी. है।
●यह प्राकृतिक सम्पदा से भरपुर और एक बहुत
ही आकर्षक स्थल है।
●'सरभंजा जल प्रपात', 'टाईगर प्वांइट' और 'मछली प्वांइट' यहाँ के श्रेष्ठ पर्यटन स्थल हैं।
●छत्तीसगढ़ के इस स्थान से ही रिहन्द एवं
मांड नदियाँ निकलती हैं।
●यहाँ पर तिब्बती का भी बड़ी संख्या में निवास है। एक प्रसिद्ध बौद्ध मन्दिर भी यहाँ है, जो तिब्बतियों की आस्था का प्रमुख केन्द्र है।
शायद यही कारण है कि यह 'छत्तीसगढ़
का तिब्बत' भी कहा जाता है।
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