1.हल्बा विद्रोह(1774),
• नेत्रित्व- अजमेर सिंह
• शासक- दरियादेव
• उद़देश्य - उत्तराधिकार हेतु
• विशेष - प्रथम विदोह,
.
2.परलकोट विद्रोह (1825)
• नेत्रित्व- गेंदसिंह (फांसी-20-01-1825)
• शासक- महिपाल देव
• उद़देश्य - अबुघमाडीयों को शोषण मुक्ति
• विशेष - प्रथम शहिद, प्रतीक धावडा पेड कि टहनी
• दमनकर्ता - केप्टन पेबे
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3.मेरिया विद्रोह (1842)
• नेत्रित्व- हिरवमाझी
• शासक- भुपालदेव
• उद़देश्य - नरबलि प्रथा के विरूद्व
• दमनकर्ता - कैम्पबेल
.
4.तारापुर विद्रोह (1842)
• नेत्रित्व- दलगंजम सिंह
• शासक- भुपालदेव
• उद़देश्य - टफोली बढाने के विरोध में
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5.लिंगागीरि विद्रोह (1856)
• नेत्रित्व-घुरूवाराम माडिया (दुसरा शहीद)
• शासक- भैरमदेव
• उद़देश्य - बस्तर का मुक्ति संग्राम
6.कोई विद्रोह (1859)
• नेत्रित्व- नांगुलदोर्ला
• शासक- भैरमदेव
• उद़देश्य - साल पेड के कटाई के विरूद्ध
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7.मुरिया विद्रोह (1876)
• नेत्रित्व- झाडासिरहा
• शासक- भैरमदेव
• दमनकर्ता - मैकजार्ज
• विशेष - प्रतिक आम कि टहनी
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8.भुमकार विद्रोह (1910)
• नेत्रित्व- गुंडाधुर (नेतानार के जमींदार)
• शासक- रूद्रप्रताप सिंहदेव
• उद़देश्य - शोषण के विरूद्व
• दमनकर्ता - कैप्टन गेयर
• विशेष - प्रतिक लालमिर्च+आम कि टहनी,
• अंतिम सामना अलवार में
3 टिप्पणियां:
yanha gyan ka bhandar mil sakta hai,,, hame iska care karna chahiye,, i like it.
Nice info
Good 👌
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